January Pradosh Vrat: रवि योग में मनाया जायेगा जनवरी का अंतिम प्रदोष व्रत, जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

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January Pradosh Vrat: रवि योग में मनाया जायेगा जनवरी का अंतिम प्रदोष व्रत, जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

January 2024 last Pradosh Vrat date – आपको बता दे की हिन्दू धर्म के अनुसार हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत का पर्व मनाया जाता है। इस दिन प्रदोष काल में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जाती है।

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जनवरी 2024 का अंतिम प्रदोष व्रत

आपको बता दे की हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत मनाया जाता है। इस समय पौष का शुक्ल पक्ष चल रहा है। हिन्दू पंचांग के मुताबिक, पौष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 22 जनवरी सोमवार को शाम 07 बजकर 51 मिनट से प्रारंभ होगी और यह तिथि 23 जनवरी मंगलवार को रात 08 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। जिसमे की आप भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर सकते है।

जनवरी अंतिम प्रदोष व्रत 2024 पूजा मुहूर्त

इसके आलावा आपको जो लोग 23 जनवरी को प्रदोष व्रत रखने वाले है। उन लोगो को भोलेनाथ की पूजा करने के लिए 2 घंटे 40 मिनट का शुभ समय मिनले वाला है। भौम प्रदोष व्रत की पूजा का मुहूर्त शाम 05 बजकर 52 मिनट से रात 08 बजकर 33 मिनट तक है. प्रदोष व्रत के दिन का शुभ मुहूर्त या अभिजित मुहूर्त दोपहर 12:12 पीएम से 12:54 पीएम तक रहेगा. व्रत वाले दिन सूर्यास्त 05:52 पीएम तक मान्य रहेगा।

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रवि योग में जनवरी अंतिम प्रदोष व्रत 2024

आपको बता दे की इस साल जनवरी के अंतिम प्रदोष व्रत के दिन रवि और इंद्र योग बन रहा है। जिसमे की रवि योग सुबह 07 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा और अगले दिन 24 जनवरी को सुबह 06 बजकर 26 मिनट तक रहेगा. वहीं इंद्र योग व्रत वाले दिन प्रात:काल से लेकर सुबह 08 बजकर 05 मिनट तक रहेगा. उसके बाद से वैधृति योग प्रारंभ हो जाएगा, जो पूरी रात तक रहने वाला है।

कब है भौम प्रदोष व्रत और क्या है महत्व

इसके आलावा आपको बता दे की भौम प्रदोष व्रत के दिन आर्द्रा नक्षत्र में है, जो अगले दिन सुबह 06 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। रवि योग एक शुभ योग है. इसमें सूर्य का प्रभाव अधिक होता है और इसमें हर प्रकार के दोष को नष्ट करने की क्षमता होती है। भौम प्रदोष व्रत करने से कुंडली का मंगल दोष दूर होता है. शिव कृपा से आप ऋण से मुक्त हो सकते हैं. इसके लिए आपको शाम के समय भगवान शिव, मंगल देव और हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए।

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