साल 2024 में इस दिन से गूंजने लगेगी शहनाइयाँ, जाने किस शुभ मुहूर्त से शुरू होंगी शादियां
साल 2024 में इस दिन से गूंजने लगेगी शहनाइयाँ,आपको बता दे की 15 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद ग्रहो के राजा सूर्य धनु राशि से बाहर निकल जाएंगे और इसके साथ ही एक महीने तक चला खरमास समाप्त हो जाएगा। और हिंदू धर्म के अनुसार खरमास के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। आइये जानते है इस साल किस तिथि से और कब तक शादी के शुभ मुहूर्त है।
पिछले साल से कम लग्न हैं इस साल
आपको बता दे की मलमास के वजह से बीते वर्ष की तुलना में इस साल वैवाहिक शुभ मुहूर्त की संख्या कम है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शादी के शुभ योग के लिए गुरु, शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी है. वहीं, रवि और गुरु का संयोग सिद्धिदायक और शुभ फलदायी माना जाता है।
लग्न के शुभ मुहूर्त के लिए इस राशियों का साथ होना जरुरी
आपको बता दे की ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शादी के शुभ लग्न और मुहूर्त निर्णय के लिए वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु और मीन लग्न में से एक का होना आवश्यक होता है। और इसके आलावा नक्षत्रों में अश्विनी, रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, मूल, मघा, चित्रा, स्वाति, श्रवणा, हस्त, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुन, उत्तरा भद्र और उत्तरा आषाढ़ में एक का रहना जरूरी है. साथ ही अति उत्तम मुहूर्त के लिए रोहिणी, मृगशिरा या हस्त नक्षत्र में से एक की उपस्थिति आवश्यक होती है।
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इस साल चार महीने नहीं हैं लग्न
आपको बता दे की पंचांगों के अनुसार 29 अप्रैल को शुक्र, सूर्य के नजदीक आ जाएगा। इस कारण वह 61 दिन के लिए अस्त रहने वाले है। शुक्र के अस्त हो जाने से विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं कर सकते हैं। उसके बाद 28 जून को शुक्र ग्रह के उदय होने के पश्च्यात शादिया शुरू हो जाएगी। इसके बाद 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु शयन के लिए क्षीरसागर चले जाते हैं। चार महीने सावन, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक में श्रीहरि शयन में रहने वाले है। इस दौरान सभी प्रकार के शुभ कार्य पर रोक लग जाएगी. कार्तिक शुक्ल एकादशी को देवोत्थान एकादशी के दिन भगवान नारायण निंद्रा से जाग जाएंगे. इसके साथ ही सभी मांगलिक कार्य शुरू होने वाले है।
12 मार्च तक बनारसी पंचांग के हिसाब से 38 और मिथिला पंचांग के हिसाब से विवाह के 25 शुभ मुहूर्त हैं. इसके बाद जुलाई से लग्न शुरू हो जायेंगे।
बनारसी पंचांग के अनुसार लग्न तिथि
जनवरी : 16, 17, 18, 20, 21, 22, 27. 29, 30, 31
फरवरी: 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 12, 13, 14, 17, 18, 19, 23, 24, 25, 26, 27
मार्च: 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 11, 12
मिथिला पंचांग के अनुसार लग्न तिथि
जनवरी: 17, 18, 21, 22, 31
फरवरी: 1, 4, 5, 7, 15, 18, 19, 25, 26, 28
मार्च: 3, 4, 6.7.8, 10, 11
जुलाई: 10, 11, 12