गुलाब की खेती कर किसान होंगे मालामाल, कम लागत में होगी बम्पर कमाई, ऐसे करे गुलाब की उन्नत खेती

0
गुलाब की खेती कर किसान होंगे मालामाल, कम लागत में होगी बम्पर कमाई, ऐसे करे गुलाब की उन्नत खेती

अगर आप भी पारम्परिक खेती छोड़ व्यवसायिक खेती करने के बारे में सोच रहे है तो आप गुलाब की खेती कर सकते है। क्योकि आज के समय में किसी भी कार्यक्रम में मंदिर में या फिर किसी का स्वागत करने में इसके अलावा कोई फंक्शन होने पर फूलो का प्रयोग सबसे अधिक किया जाता है | घरो में होने वाले छोटे-बड़े प्रोग्राम में घर को सजाने तथा अन्य तरह के कार्यो में फूलो का काफी इस्तेमाल होता है | इसके लिए विभिन्न प्रकार के फूलो की डिमांड बाजार में बढ़ती जा रही है | और आपको बता दे की सभी प्रकार के फूलो में गुलाब के फूलो को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है, शादियों के सीजन में इसकी मांग बहुत ज्यादा बढ़ जाती है |तो आप भी गुलाब की खेती कर अच्छी कमाई कर सकते है।

यह भी पढ़े – IND vs AFG: अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज में दिग्गज खिलाडी नहीं होंगे टीम में शामिल, जाने क्या है वजह

गुलाब की खेती कहा होती है

आपको बता दे की आमतौर पर गुलाब के पौधे जमीन से छह फुट ऊंचे होते हैं. महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल भारत में सबसे अधिक गुलाब की खेती करने वाले राज्य हैं. कमर्शियल गुलाब की खेती करने के लिए अधिक से अधिक गुलाब की किस्मों लगाना चाहिए. गुलाब की खेती के लिए कई नये तकनीक उपलब्ध हैं लेकिन ग्रीनहाउस में गुलाब की खेती सबसे अच्छी होती है.और गुलाब को बर्तनों में, छत के उपर, इनडोर, खुले मैदान, ग्रीन हाउस और पॉली हाउस में लगाया जा सकता है।

गुलाब उगाने के लिए उपयुक्त जलवायु

अगर हम तापमान की बात करे तो आपको बता दे की दुनिया भर में उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय मौसम की स्थिति में गुलाब अच्छी तरह से उगाए जाते हैं. और 15 डिग्री सेल्सियस से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच गुलाब की खेती के लिए उपयुक्त मानी जाती है. गुलाब के पौधों के विकास के चरण में उसे पांच से छह घंटे सूरज की रोशनी की आवश्यकता होती है. आम तौर पर, धूप की आवश्यकता नमी वाले मौसम की स्थिति में या बादल की स्थिति में होती है. इसके अलावा गुलाब 15°C से कम तापमान पर भी अच्छी तरह विकसित हो जाते हैं।

यह भी पढ़े – Friday Totke: शुक्रवार के दिन भूलकर भी न करे यह काम, मां लक्ष्मी होगी नाराज, बन जाओगे कंगाल

गुलाब की खेती के लिए उचित मिट्टी और खेती करने का तरीका

आपको बता दे की गुलाब के पौधे उच्च कार्बनिक पदार्थों वाली रेतीली दोमट मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है। और इनमें ऑक्सीजन की मात्रा भी अधिक होती है। औरअधिक उपज के लिए गुलाब की खेती के व्यवसाय के लिए खेत मिट्टी की पीएच मान 6 से 7.5 के बीच की होना चाहिए। की गुलाब के फूलों की खेती में आमतौर पर बीज, नये पौधे और कलम का उपयोग किया जाता है. लेकिन ज्यादातर किसान बीज का उपयोग करके गुलाब का फूल लगा रहे हैं. गुलाब की खेती के लिए सबसे पहले खेत की जुताई अच्छे तरह से कर लेना चाहिए. खेत में पौधे लगाने से पहले चार से छह सप्ताह पहले ही नर्सरी में गुलाब की बीज की बुवाई कर सकते हैं. गुलाब के बीज की बुवाई के लिए गड्ढों या क्यारियों में 60 से 90 सेंटीमीटर गहरा और 60 से 90 सेंटीमीटर गहरा बनाएं. उसके बाद क्यारियों या गड्ढों में खाद भरे और सिंचाई कर दे।

गुलाब की खेती करने का सही समय

आपको बता दे की इसे लगाने का शाम के समय या दोपहर के बाद गुलाब का पौधा लगाने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। नर्सरी से गुलाब के पौधे निकालने के बाद उन्हें तुंरत खेत में लगा देना चाहिए। और अगर किसान एक एकड़ में गुलाब की खेती कर रहे हैं तो लाइन से लाइन की दूरी पांच फीट और पौधे से पौधे की दूरी पांच फीट होनी चाहिए. इस तरह से एक एकड़ में चार हजार पौधे लगाए जा सकते हैं. गुलाब के पौधे को खेत में लगाने के लिए सितंबर से अक्टूबर के बीच का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है. और गुलाब के पौधों को साल में एक बार छंटाई की जरूरत होती है जो नवंबर, दिसंबर और जनवरी में की जाती है।

घर में बने खाद का करें इस्तेमाल

अगर आप गुलाब के फूल की खेती कर रहे है तो आप खेती के लिए जमीन तैयार कर रहे हों तो आपको इसमें ज्यादातर जैविक पदार्थों का इस्तेमाल करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, जैविक खाद के प्रयोग से आपको उच्च गुणवत्ता वाला गुलाब का फूल प्राप्त होगा। इसमें जहा तक हो सके रासायनिक खाद का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अगर आप गुलाब की खेती के लिए केमिकल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको गुलाब जल या तेल में अच्छी क्वालिटी नहीं मिल सकती है. यदि आप रासायनिक खाद का प्रयोग करना चाहते हैं तो 8 ग्राम नाइट्रोजन, 8 ग्राम फास्फोरस और 16 ग्राम पोटैशियम प्रति पौधा डाल सकते है।

गुलाब की खेती में कब करे सिंचाई

वैसे तो आज के समय में कई प्रकार की नवीनतम सिंचाई प्रणालियां उपलब्ध हैं जैसे ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई, माइक्रो जेट और बेसिन सिंचाई लेकिन गुलाब के फूल के पौधे को अन्य फूलों की खेती की तुलना में कम पानी की आवश्यकता होती है. तो, ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली गुलाब की खेती के लिए सबसे सही मानी जाती हैं. और गुलाब के पौधे को मुख्य खेत में रोपने के बाद तुरंत सिंचाई की आवश्यकता होती है. शुरुआत में गुलाब के पौधों को प्रतिदिन या दो दिनों में एक बार सिंचाई की आवश्यकता होती है. कुछ दिन बाद इसे सप्ताह में एक बार सिंचाई की जरुरत होती है।

गुलाब की खेती में रोग और कीट

आपको बता दे की गुलाब की खेत में कई प्रकार के कीट का प्रकोप ज्यादा होता है। जो की फूलो को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इनमें एफिड्स, टू-स्पॉटेड माइट, थ्रिप्स, रोज स्लग, कैटरपिलर कर्कुलियो, बीटल, जापानी बीटल, स्केल कीड़े, लीफ कटिंग बी,नेमाटोड,रोज चेफर और मेटल पिस्सू-बीटल.और गुलाब के पौधों में यह रोग लग सकता है जैसे क्राउन गॉल रोट, ब्लैक स्पॉट, पाउडरी, मिल्ड्यू डाउनी मिल्ड्यू, रस्ट, एन्थ्रेक्नोज, ग्रे मोल्ड, वर्टिसिलियम विल्ट, सूटी मोल्ड्स, कैंकर, नेमाटोड, रोज मोज़ेक, रोज विल्ट, रोज रोसेट रोग होते है

कब करे गुलाब के फूलों की कटाई

आपको बता दे की गुलाब के फूल तब कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं। जब फूल को चमकीले रंग की पंखुड़ियां दिखने लग जाती है। पहले वर्ष में गुलाब के पौधे फूलने के लिए तैयार होते हैं और दूसरे वर्ष में आपको इस गुलाब के फूलों से अच्छी उपज प्राप्त हो जाती है। गुलाब के पौधे में मार्च में 45 से 50 दिनों की छंटाई के बाद फूल आने लगते हैं. आमतौर पर गुलाब के फूल पौधे पर 40 दिन तक रह सकते हैं. कटाई के बाद गुलाब के फूलों को तुरंत पानी की बाल्टी में डाल दिया जाता है और फिर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है.कोल्ड स्टोरेज में गुलाब के फूलों को 2 से 5 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है. जिससे की फूल मुरझाते नहीं है।

गुलाब की खेती से इतनी होगी कमाई

आपको बता दे की गुलाब की खेती कर किसान भाई तगड़ी कमाई कर सकते है | आमतौर पर गुलाब की खेती में चार महीने में फूल आना शुरू हो जाते है | एक एकड़ के क्षेत्र में लगभग 30 से 40 किलो फूल प्रत्येक दिन निकाले जा सकते है | गुलाब के फूलो का बाजारी भाव 50 से 70 रुपये प्रति किलो तक होता है | जिससे प्रतिदिन 1500 से 3000 तक की कमाई की जा सकती है | इस तरह से एक वर्ष में तक़रीबन 200 से 300 क्विंटल फूल प्राप्त हो जाते है | जिससे 15 से 20 लाख की कमाई सनी से की जा सकती है|

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed